Wednesday 26 July 2017

presdent राम नाथ कोविंद के भाषण पर कांग्रेस का हंगामा


भारत को 14 वे राष्ट्रपति के रूप में राम नाथ कोविंद मनोनीत किया गया है परंतु उनके पहले ही भाषण पर कांग्रेस ने देश के राष्ट्रपति पर सवाल उठाने शुरु कर दिया हैं  कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं  का कहना है कि राष्ट्रपति जी ने अपने भाषण में नेहरू जी और इंद्रा गांधी  का  नाम नही लिया और उन्होंने गांधी जी के साथ दिनदयाल उपाध्याय जी का नाम लिया।  इससे यह लगता है कि कांग्रेस् अपने पतन की और बढ़ रही हैं। बिना सोचे समजे वो देश के सरवोच्च पद पर मनोनीत राष्ट्रपति जी का अपमान कर रहे हैं।  आज तक किसी भी पार्टी ने कभी भी ऐसे सवाल किसी राष्ट्रपति पर नही उठाये परंतु  कांग्रेस ने इस बात राजघाट तथा संसद में बहुत बड़ा हंगामा किया ।  मुझे लगता है कि कांग्रेस को यह बात रास इसलिए नही आ रही है क्योकि देश के pm भी संग से जुड़े हुए थे और राम नाथ कोविंद जी भी संग से जुड़े हुए थे दोनों ही संग से विचार धारा रखने वाले हैं और कांग्रेस को ये बात रास नही आ रही है देश का pm तथा प्रेसिडेंट दोनों ही संग से जुड़े थे । ऐसी कारण वह राष्ट्रपति जी पर आरोप लगा रहे की उन्होंने नेहरू जी का नाम अपने भाषण में नही लिया है जिन्होंने  देश को आजाद करने में अपना योगदान दिया और कांग्रेस का कहना है कि दिनदयाल उपाध्याय जी तो कोई फ्रीडम फाइटर नही थे तो उनका नाम को लिया गया अब इनको कोन बतायेगा की वो महान इंसान कोन थे । अगर इनको पता नही है तो कृपा करके उनकी किताब पड़े तब आपको पता चल जायेगा को वो कोन थे और हर किसी हो अपने icon का नाम लेने का हक हैं हो सकता है दिनदयाल जी उनके आइकॉन हों । बना सोचे समजे देश के राष्ट्रपति पर ऐसी बाटे बोलना बिलकुल उचित नही ये सारी चीजे कांगेस की मानशिकता को दर्षाती हैं। जिससे आगे आने वाले चुनाओ में बहुत फर्क पड़ेगा। अगर तुम इस बात को मुद्दा बनाते हो की नेहरू जी का नाम नही लिया और दिनदयाल जी का नाम लिया तो इसको मतलब तो यही होगा की "आ बेल मुझे मार मेरे गले में फंदा डाल" वैसे तो कांगेस ने देश के लिए कुछ ज्यादा नही किया हैं जो भी किया होगा 1947 से पहले किया था क्योकि तब कांग्रेस में देश के जान देने वाले बड़े बड़े नेता हुआ करते थे । परंतु आज जब कांग्रेस जब ऐसी बातों को मुददा बनाती है तो इनको सर्म आनि चाहिए की ये लोग ही खुद अपने बड़े नेताओ का जैसे नेहरू जी और अन्य नेताओं का अपमान कर रहे हैं । इस  सोच को बदलना होंगे और में आखरी में कहना चाहूंगा कि कांग्रेस को अपनी इस बड़ी गलती पर राष्ट्रपति जी से माफ़ी मागनि चाहिए। और  राष्ट्रपति जी को राजनीति से दूर ही रखना चाहिए।
जय हिंद

Monday 24 July 2017

JNU में टैंक लगाने से कुछ लोगो को परेशानी क्यों ?

JNU  जिसे जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता हैं। जो की भारत के टॉप यूनिवर्सिटीयो में से एक हैं। तथा जिसका अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत बड़ा हैं। परन्तु कुछ समय से इस महाविद्यालय शिक्षा से जुड़े मामले कम तथा देश विरोधि मामले ज्यादा उजागर हो रहे हैं।  एक दिन पहले jnu में जब कार्गिल शहीदों के लिए एक कार्यक्रम हुआ था तो वहाँ   के VC ने  भारतीय सरकार से  गुजारिश की हैं कि jnu के परिसर में आर्मी का एक टैंक लगा दिया जाये। जिससे यहाँ के छात्रों में देश सम्मान तथा देशभक्ति बड़े।परतु उनके इस स्टेटमेन्ट से कई लोगो को परेशानी हो रही हैं। वो लोग नही चाहते है कि परिसर में कोई ऐसी चीज आये जिससे छात्रों में देशभक्ति बड़े तथा हमारे देश और आर्मी के लिए सम्मान बड़े। में उन लोगो सीधे - सीधे पूछना चाहता हूं कि जब jnu में देश विरोधि नारे लगाये गये थे तथा अफजल गुरु की बरषी मनायो गयी तथा बुरण वानी के नारे लगाये गए थे तब इन लोगो ने अप्पति क्यों नही उठायी आज जब वहाँ पर टैंक लगाने की बात आयी तो इन लोगो को बड़ा कष्ठ हो रहा हैं। में इन लोगो से पूछना चाहता हूं अगर देशभक्ति बढ़ाने के लिये कुछ काम किये जा रहे हैं तो इसमें गलत क्या हैं। हमे तो इस बात पे गर्व होना चाहिए की हमारे परिसर में टैंक लग रा हैं जिसे देख के हम हर वक्त अपनी सेना को याद करेंगे और उनका हौसला बढ़ाने में मद्त करेंगे। अगर इस टैंक लगाने से परिसर में पढ़ाई कम हो जायेगी तो फिर तो इसको लगाना सही नही हैं। परंतु आज  तक ऐसा देखने को कही नही मिला की टैंक लगाने से पढ़ाई में कमी आयी हैं। में हालहि में पेट्रोलियम यूनवर्सिटी गया था मेने वहाँ भी टैंक लगा देखा परंतु वहाँ से आज तक ऐसी कोई रिपोर्ट नही आयी की टैंक के कारण उनकी पढ़ाई में कोई दिक्कते आयी हो। परंतु इसको देखके वहाँ के छात्रों का हौसला जरूर बढ़ता होगा तथा उनको हमारी आर्मी पर गर्व होती होगा।  में उन सभी देश विरोदी लोगो को कहना चाहता हूँ की jnu एक विद्या का मंदिर है उसे मंदिर ही रहने दिया जाये वहाँ पर देश विरोधि काम करने की कोई आवश्कता नही हैं । नही तो इसके एक दिन बहुत बुरे परिणाम भी आ सकते हैं
जय हिंद।




Sunday 23 July 2017

pok हमारा है और हम जल्द ही इसे वापस लेंगे मोदी सरकार

हम सभी जानते है कि Pok  भारत का एक अभिन्न अंग है और हमेशा ही रहगे। जिसे पाकिस्तान ने जबर्दस्ती कबजाया हुआ है।  यहा पर पाकिस्तान के द्वारा लोगो पर बहुत ज्यादा शोषण तथा उनकी हत्याये होती है । यहां तक की पाकिस्ता के फौज के द्वारा रेप और किडनेपिंग के भी मामले सामने आये हैं। एक साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी जी ने  लाल किले से कहा था कि हम pok को पाकिस्तान से आजाद करायेगे तो सभी लोगो ने इसे एक ऐतिहासिक भाषण बताया था । और मोदी जी  से बहुत आशाये लगाये हुए हैं कि कब pok को पाकिस्तान से आजाद कराया जाये। परन्तु इस भाषण का भी पाकिस्तान पर  कोई असर नही पड़ा और pok में बर्बरता अभी भी चल रही है। वहाँ के लोग हर दिन मोत का शिकार हो रहे। वहाँ के लोग भी नही चाहते है कि हम पाकिस्तान में शामिल हो । हर आये दिन वहाँ पर आतंक गतिविधिया होती रहती हैं।
आतंकवाद हर दिन ताक में लगे रहते है कि कैसे भारत की सीमा में घुसा जाये परंतु जब से मोदी सरकार देश में आयी है। तब से इंडियन आर्मी को खुली छूट मिली है जैसे ही कोई भारत के लाइन ऑफ़ कंट्रोल में छेड़ छाड़ या उसे पार करने की कोशिस करे तो उसे सीधे मोत के घाट उतार दिया जाये। हालहि में एक रिपोर्ट आयी है कि पिछले दस सालों के मुकाबले जब से मोदी सरकार  आयी है । तब से वहाँ पर सबसे ज्यादा आतंकवादियों को मारा गया हैं। तथा 2017 में तो यह आंकड़ा 110 से उपर चला गया है ।  इससे यह देखा जा सकता है कि पिछली सरकारों में मुकाबले मोदी सरकार आतंवाद का सफाया करने में सफल रही है। तथा हालहि में मोदी सरकार के उपराष्ट्रपति के उमिद्द्वार ने भी  पाकिस्तान को चेताया है कि pok भारत का अभिन्न अंग है और उसे वो वापस ले के रहेगे।







2021 Pan America

Harley Davidson pan America come in market with revolution max engine, with 1249cc, this is the first off roading bike in Harley Davidson hi...