भगवा रंग का अर्थ होता है बलिदान दूसरे शब्दों में कहो तो जब साधु संत भागवा धारण कर लेते है तो वो अपने माँ बाप भाई बहन सभी का बलिदान कर दते है। अर्थात उन्हें त्याग देते हैं। परंतु कुछ असमाजिक तत्वो को लगता है, कि जिसने भी भगवा धारण किया है , वो लोग देश में धुर्वीकरण फैला रहे है। परंतु इन मूर्खो को कोन बतायेगा की स्वामी विवेकानंद ने भी भगवा धारण करके देश का कल्याण किया था। स्वामी के बारे में बताया जाता है कि जब उनकी माता की हालत बहुत ही ख़राब थी, तो उनको बुलाने की कोशिस की गयी थी, तो उन्होंने कहा की मेरी माँ के और भी बेटे हैं जो उनकी देख रेख कर सकते मेरे लिए तो सिर्फ भारत माता ही सबसे बढ़कर है। जिसकी में सेवा करना चाहता हूँ। तो अब आप लोग समझ ही गये होंगे की भगवा का अर्थ क्या है।
भगवा रंग हिन्दू राष्ट्र की सान है जिसे झुटलाया नही जा सकता है। इसी रंग में हमारे राम बसे हुए है, जिससे हर एक हिन्दुओ की भावनाये जुडी हुई है।इसके बावजूद भी भगवा के ऊपर अंगुलिया उठायी जाती है, अनेक अवधारनाये बनायी गयी है कि भगवा रंग वाले देश को बाटना चाहते है , परन्तु इन मूर्खो को कोन बतायेगा । इसमें हमारी आस्था छुपी हुए है। जितना हमे भगवा रंग से प्यार है उतना ही हमे तिरंगे से प्यार है। इसलिए उन लोगो से निवेदन करता हूँ जो इसके ऊपर टिप्णी करते हे कृपया भगवा के ऊपर टिप्णी करना बन्द कर दे। जय श्री राम।
Waa kya baat h
ReplyDeleteJai shree Ram
ReplyDelete