जैसा की हर रोज देखा जा रहा है जम्मू कश्मीर में हर दिन कोई न कोई नई घटना होती रहती है परंतु आतंकवाद वहां पर सबसे बड़ा मसला है। जिसे पाकिस्तान के द्वारा पाला पोसा जा रहा है। जिस कारण वहां पर लगभग हर दिन कोई न कोई भारतीय सैनिक सहीद होता है, हर दिन कोई न कोई माँ का लाल अपने परिवार दूर हो जाता है , जो की हमारे लिए दुर्भाग्य पूर्ण घटना है। और ये सिर्फ एक ही कारण से हो रहा है ,घाटी में आतंकवाद बढ़ने से, सब सोच रहे होंगे कि हम रोज इतने आतंकवादी मार रहे हे पिर ये रोज रोज कहा से आ जाते है। में कहूंगा कि इनका माय बाप पाकिस्तान इनको पाल पास के घाटी में आतंकवाद फैलाने के लिए भेज रहा है , जिससे हमारे निर्दोष सैनिकों को सहीद होना पड़ रहा जो की हमारे लिए बहुत दुःखत बात है।
अब घाटी में एक नई चीज और देखने को मिल रही जैसे ही इंडियन आर्मी किसी आतंकवादी के ऊपर कारवाई करती है (कोई ऑपरेशन चलाती है ) वहाँ के नवजवान जिन्हें अलगावादी नेता छोटे बच्चे कह रहे है वो इंडियन आर्मी पे पत्थर , पेट्रोल बम , अदि फेंक रहे रहे है। अब आप ही बताओ जो अपने ही देश की आर्मी पर ऐसा अत्याचार कर रहे है, उन्हें हमारे देश के नेता बच्चे बोल रहे। और उनको बचाने की कोशिस कर रहे है , और ये सब कुछ अपनी राजनीति को चमकाने के लिए किया जा रहा है। वैसे ही देश में आतंकवादी कम थे क्या जो अलगावादी नेता उन बच्चो को भी देश के खिलाप ले आये हैं। सबसे बड़ी दुःख की बात यह है कि आर्मी और आतंकवाद के बीच में बच्चे मारे जाते है जिसके बाद इसके ऊपर राजनीती होती है। कोई बोलता है निर्दोष मार दिए कोई कहता है बच्चे मार दिए और ये सब कुछ उन अलगावादी नेताओ के कारण हो रहा है।
अभी हालही में इंडियन आर्मी के चीफ ने बयान दिया था कि जो भी आतंकवाद की मद्त करेगा उसके साथ भी आतंकवादी जैसा व्यवहार किया जायेगा। में उनकी बात से पूरी तरह सहमत हूं उन्होंने जो भी कहा सही कहा है परंतु कुछ अलगावादी नेताओ को ये सब हजम नही हो रहा है, जिस कारण वो घाटी में नवजवानों को उकसा रहे हैं, परंतु आप को जानकर हैरानी होगी की इन मुड़भेडो में किसी भी अलगावादी नेता का बेटा और कोई रिश्तेदार को कभी गोली नी लगी। में उन लोगो को कहना चाहता हु जिनके बच्चे गोली खाने के लिए आगे बढ़ते है और आर्मी को अपना काम नही करने देते है , में उनसे अनुरोध करता हूं कि अपने बच्चो को समजाये और आर्मी को अपना काम करने दें।
भारत माता की जय
अब घाटी में एक नई चीज और देखने को मिल रही जैसे ही इंडियन आर्मी किसी आतंकवादी के ऊपर कारवाई करती है (कोई ऑपरेशन चलाती है ) वहाँ के नवजवान जिन्हें अलगावादी नेता छोटे बच्चे कह रहे है वो इंडियन आर्मी पे पत्थर , पेट्रोल बम , अदि फेंक रहे रहे है। अब आप ही बताओ जो अपने ही देश की आर्मी पर ऐसा अत्याचार कर रहे है, उन्हें हमारे देश के नेता बच्चे बोल रहे। और उनको बचाने की कोशिस कर रहे है , और ये सब कुछ अपनी राजनीति को चमकाने के लिए किया जा रहा है। वैसे ही देश में आतंकवादी कम थे क्या जो अलगावादी नेता उन बच्चो को भी देश के खिलाप ले आये हैं। सबसे बड़ी दुःख की बात यह है कि आर्मी और आतंकवाद के बीच में बच्चे मारे जाते है जिसके बाद इसके ऊपर राजनीती होती है। कोई बोलता है निर्दोष मार दिए कोई कहता है बच्चे मार दिए और ये सब कुछ उन अलगावादी नेताओ के कारण हो रहा है।
अभी हालही में इंडियन आर्मी के चीफ ने बयान दिया था कि जो भी आतंकवाद की मद्त करेगा उसके साथ भी आतंकवादी जैसा व्यवहार किया जायेगा। में उनकी बात से पूरी तरह सहमत हूं उन्होंने जो भी कहा सही कहा है परंतु कुछ अलगावादी नेताओ को ये सब हजम नही हो रहा है, जिस कारण वो घाटी में नवजवानों को उकसा रहे हैं, परंतु आप को जानकर हैरानी होगी की इन मुड़भेडो में किसी भी अलगावादी नेता का बेटा और कोई रिश्तेदार को कभी गोली नी लगी। में उन लोगो को कहना चाहता हु जिनके बच्चे गोली खाने के लिए आगे बढ़ते है और आर्मी को अपना काम नही करने देते है , में उनसे अनुरोध करता हूं कि अपने बच्चो को समजाये और आर्मी को अपना काम करने दें।
भारत माता की जय
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