बात की जाए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की तो हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का आम छात्र वामपंथियों के चेहरे से भलीभांति परिचित है । विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय में अपने आंदोलन और रचनात्मक कार्यों से आम छात्रों के भीतर राष्ट्रवाद की भावनाओं को मजबूर कर उनमें अपने समाज और देश के लिए जीने का जज्बा पैदा करने की कोशिश है और करी जा रही है। आम छात्रों का विश्व विद्यालय परिषद पर बढ़ता विश्वास और उनका विद्यार्थी परिषद से जुड़ना इन शहरी नक्सलियों को कहां हजम होगा। इसी कारण वह ऐसी शर्मनाक घटनाओं को कॉलेज परिसर में अंजाम दे रहे।
हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा और उसके बाद छात्रावासों में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर कायराना हमला कर इन तथाकथित बुद्धिजीवियों ने अपनी विचारधारा के साथ साथ इस बात का भी प्रमाण दिया है आज का नवयुवक विद्यार्थी ऐसी विचारधारा पर विश्वास नहीं करता है। जो देश के विरुद्ध काम कर रहे हैं। और यही हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के छात्रों में देखने को मिल रहा है मैं इन लोगों से अनुरोध करना चाहता हूं कि आप अपनी राजनीतिक लाभ के लिए मासूम छात्रों को शिकार ना बनाएं। एक छात्र विश्वविद्यालय तथा स्कूलों में शिक्षा लेने के लिए आता है। ना कि ऐसी विचारधारा सीखने के लिए। आज पूरा देश बदल रहा है। लोग अब ऐसी विचारधारा से बिल्कुल सहमत नहीं है की जो देश के विरुद्ध काम कर रहे हैं तथा नवयुवक तथा विद्यार्थियों को उनके मार्ग से मार्ग रहित कर रहे हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो उन्हें मार्ग से भटका रहे हैं।
अब समय आ चुका है कि ऐसे वामपंथियों को जो इस प्रकार की विचारधारा रखते हैं उन्हें अपनी विचारधारा बदल लेनी चाहिए। क्योंकि ऐसी विचारधारा से इन लोगों का भला नहीं होने वाला। ऐसी विचारधारा से सिर्फ नुकसान ही नुकसान होगा। अगर ऐसी विचारधारा निरंतर चलती रही तो विद्यार्थी तथा नवयुवक अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाएंगे क्योंकि उनके अंदर देश के लिए तथा अपने लिए कुछ करने की ललक नहीं होगी। और जब अपने लिए कुछ करने की ललक नहीं होगी तो विद्यार्थी तथा नवयुवक हिंसा की और बढ़ेंगे। जिसका जीता जागता हुआ उदाहरण जम्मू कश्मीर में देखने को मिल रहा है वहां वहां पर कुछ ऐसी विचारधारा है। जो कि छोटे बच्चों तथा विद्यार्थी तथा नवयुवकों को हिंसा की ओर बढ़ाने का निरंतर प्रयास कर रहे है।
मैं अनुरोध करता हूं जो बच्चे विद्यालयों में पढ़ रहे हैं तथा महाविद्यालयों में पड़े रहे हैं तथा नवयुवक कृपा करके ऐसी किसी भी विचारधारा के लोगों के संपर्क में ना आए जो आप लोगों को आपके मार्ग से भटका दे।
Bdiya
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